Monday, May 4, 2020

महा विद्या आश्रम का उद्देश्य और आज की पीढ़ी की सोच






महा विद्या आश्रम का उद्देश्य और आज की पीढ़ी की सोच  


आने वाली पीढ़ी हमें और हमारी कूप मण्डूकता को धिक्कारेगी कि कायरता के साथ हमने इस विद्या को समाप्त कर हमने अपने आप को मृत्यु के मुह में डाल दिया . आने वाला समय हम में से किसी को भी क्षमा नहीं करेगा, आवश्यकता इस बात कि है कि हम इस चुनौती को स्वीकार करे और एक ऐसी पीढ़ी का निर्माण करे जो कि इस प्रकार के ज्ञान से पूर्ण हो जिनमे मंत्रो को सीखने, समझने और उनके प्रयोग में रूचि  लेने कि ललक हो और जो पूर्ण रूप से मंत्रो के प्रति समर्पित हो वे युवक आगे आवे या ऐसे युवकों कि खोज कि जाये जो कि इस प्रकार के कार्य  के लिए पूर्णतः समर्थ हों . 

भारत वर्ष कि भूमि नपुंसक नहीं है सौ करोड़ जनता में कम से कम सौ युवक ऐसे प्राप्त हो सकते है जिन्हे परिश्रम करने की और मंत्रो को जीवित बनाये रखने की रूचि हो और जो सरे सुखो का त्याग कर इस क्षेत्र में कुछ कर गुजरने का हौसला  रखते हो 
                                                    

चेतावनी -

सिद्ध गुरु कि देखरेख मे साधना समपन्न करेँ , सिद्ध गुरु से दिक्षा , आज्ञा , सिद्ध यंत्र , सिद्ध माला , सिद्ध सामग्री लेकर हि गुरू के मार्ग दरशन मेँ साधना समपन्न करेँ ।

विशेष -

किसी विशिष्ट समस्या ,तंत्र -मंत्र -किये -कराये -काले जादू -अभिचार ,नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव आदि पर परामर्श /समाधान हेतु संपर्क करें

महायोगी  राजगुरु जी  《  अघोरी  रामजी  》

तंत्र मंत्र यंत्र ज्योतिष विज्ञान  अनुसंधान संस्थान

महाविद्या आश्रम (राजयोग पीठ )फॉउन्डेशन ट्रस्ट

(रजि.)

किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस नंबर पर फ़ोन करें :

मोबाइल नं. : - 09958417249

                     

व्हाट्सप्प न०;- 09958417249



No comments:

Post a Comment

महा प्रचंड काल भैरव साधना विधि

  ।। महा प्रचंड काल भैरव साधना विधि ।। इस साधना से पूर्व गुरु दिक्षा, शरीर कीलन और आसन जाप अवश्य जपे और किसी भी हालत में जप पूर्ण होने से पह...