सर्वबाधा रोग मुक्ति प्रयोग
यदि किसी पुरुष या स्त्री को बीमारी हो और डॉक्टरों को समझ में नहीं आ रही हो अथवा इलाज करने पर उसमें सफलता नहीं मिल रही हो तो इस प्रयोग को आजमाया जा सकता है।
मैंने अनुभव किया है कि यदि इस प्रयोग को किया जाए तो रोगी को तुरंत आराम अनुभव होता है और यदि रोग बड़ा हो तो दो-तीन बार इस प्रयोग को करने से उसे रोग से मुक्ति प्राप्त हो जाती है।
किसी भी मंगलवार को तांबे के गिलास में पानी भर लें और उसमें चिरमी के तीन दाने डाल दें और फिर उस गिलास को सामने रखकर निम्न मंत्र का २१ बार उच्चारण करें-
मंत्र
जै जै गुणवन्ती वीर हनुमान।रोग मिटे और खिले खिलाव।कारज पूरण करे पवन सुत।जो न करे तो मां अंजनी की दुहाई। शब्द सांचा पिण्ड कांचा फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा।।*
इसके बाद उस पानी को रोगी को पिला दे तथा चिरमी के दानों को उसके चारों ओर घुमा कर दक्षिण दिशा में फेंक दें ऐसा करने पर रोगी को तुरंत आराम अनुभव होता है।
मेरा यह अनुभव है किसी को भूत प्रेत बाधा हो या उसे मिर्गी आ रहा हो या रात में बड़बड़ा रहा हो अथवा उसे कोई ऐसी बीमारी हो जो समझ में नहीं आ रही है तो इस प्रयोग को अवश्य ही करना चाहिए यह छोटा सा प्रयोग है
परंतु इसका असर तुरंत एवं अचूक होता है मैंने इस प्रयोग को जितनी बार आजमाया है उतनी ही बार मुझे सफलता मिली है साधक को चाहिए कि वह अपने पास चिरमी के 10 15 दानी रखें और एक बार के प्रयोग में तीन चिरमी के दाने का उपयोग करें वास्तव में यह प्रयोग जन कल्याण हेतु करना चाहिए।
विशेष -
किसी विशिष्ट समस्या ,तंत्र -मंत्र -किये -कराये -काले जादू -अभिचार ,नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव आदि पर परामर्श /समाधान हेतु संपर्क करें
राजगुरु जी
तंत्र मंत्र यंत्र ज्योतिष विज्ञान अनुसंधान संस्थान
महाविद्या आश्रम (राजयोग पीठ )फॉउन्डेशन ट्रस्ट
(रजि.)
किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस नंबर पर फ़ोन करें :
मोबाइल नं. : - 09958417249
08601454449
No comments:
Post a Comment