Thursday, November 29, 2018

वशीकरण साधना







-------------------------------वशीकरण साधना



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यह साधना बहुत ही उच्च कोटि की साधना हैं वशीकरण की, इसमें कोई दो मत हैं ही नहीं ,जिसके माध्यम से आप किसी को भी अपने नियंत्रण में ला कर अनुकूल बना सकते हैं 

इस साधना को किसी भी सोमबार की रात्रि में ११ बजे के बाद प्रारंभ किया जा सकता हैं ,साधना प्रारंभ करने से पूर्व स्नान करके लाल वस्त्र धारण करले .

कोई एक प्लेट ले ,जो लोहे या स्टील की बनी हो .| इसके अंदर पूरी तरह काजल लगा दे, और निम्नाकित मंत्र लिखे (काजल को इस प्रकार से हटा हैं की ) 

" ॐ अघोरेभ्यों घोरेभ्यों नमः "


उस प्लेट के उपर जिस व्यक्ति का वशीकरण करना हैं उसका एक वस्त्र का टुकड़ा विछा दें | यदि ये किसी भी प्रकार से संभव न हो तो ,तो कोई भी नया कपडे का टुकड़ा उस पूरी प्लेट पर बिछा दें. |उस के ऊपर उस व्यक्ति का नाम लिख दे, जिस पर ये प्रयोग करना हैं ये नाम लेखन की प्रक्रिया ,सिन्दूर से ही की जाना चाहिए | 
. अपने सामने भगवान् शिव का कोई भी चित्र जो भी आपके पास हो और उस व्यक्ति का भी (जिस पर ये प्रयोग किया जाना हैं ) रखे.

इसके बाद पूर्ण मनोयोग से उसी रात्रि में , काली हकीक या रुद्राक्ष माला से ५१ माला निम्नाकित मंत्र जप करें.

शिवे वश्ये हुं वश्ये अमुक वश्ये हुं वश्ये शिवे वश्ये वश्य्मे वश्य्मे वश्य्मे फट 


इस मंत्र में अमुक की जगह उस व्यक्ति का नाम उच्चारित करें जिसे आपको वश में करना हैं .

जब ये मंत्र जप पूर्ण हो आप ऋषि मुंड केश और भगवान् अघोरेश्वर से इस साधना में सफलता के लिए प्राथना करें.

साधना काल के दौरान आपको कुछ आश्चर्य जनक अनुभव हो सकते हैं, पर इनसे न परेशान या बिचलित न हो , ये तो साधना सफलता के लक्षण हैं .

चेतावनी - 


सिद्ध गुरु कि देखरेख मे साधना समपन्न करेँ , सिद्ध गुरु से दिक्षा , आज्ञा , सिद्ध यंत्र , सिद्ध माला , सिद्ध सामग्री लेकर हि गुरू के मार्ग दरशन मेँ साधना समपन्न करेँ ।


 बिना गुरू साधना करना अपने विनाश को न्यौता देना है बिना गुरु आज्ञा साधना करने पर साधक पागल हो जाता है या म्रत्यु को प्राप्त करता है इसलिये कोई भी साधना बिना गुरु आज्ञा ना करेँ ।

दक्षिणा शुल्क 1500 रू +डाक व्यय


चेतावनी - 


सिद्ध गुरु कि देखरेख मे साधना समपन्न करेँ , सिद्ध गुरु से दिक्षा , आज्ञा , सिद्ध यंत्र , सिद्ध माला , सिद्ध सामग्री लेकर हि गुरू के मार्ग दरशन मेँ साधना समपन्न करेँ । बिना गुरू साधना करना अपने विनाश को न्यौता देना है 


विशेष -

किसी विशिष्ट समस्या ,तंत्र -मंत्र -किये -कराये -काले जादू -अभिचार ,नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव आदि पर परामर्श /समाधान हेतु संपर्क करें


राजगुरु जी

तंत्र मंत्र यंत्र ज्योतिष विज्ञान  अनुसंधान संस्थान

महाविद्या आश्रम (राजयोग पीठ )फॉउन्डेशन ट्रस्ट

(रजि.)

.किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस नंबर पर फ़ोन करें :

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