जानें किस ग्रह से है हल्दी का नाता और प्रयोग विधि और उपाय ....
भोजन बनाने में कई तरह की सामग्री का उपयोग किया जाता है, लेकिन इनमें से बहुत सी सामग्री एेसी भी होती है जिनका इस्तेमाल खाने के साथ-साथ हिंदू धर्म में होने वाली पूजा आदि में भी किया जाता है।
आज हम बात कर रहे हैं पूजा में प्रयोग की जाने वाली हल्दी के बारे में। ज्योतिष के अनुसार हर रसोई में हल्दी का इस्तेमाल तो होता ही है परंतु इसका धार्मिक महत्व बहुत कम लोग जानते होंगे।
कुछ ज्योतिषियों का मानना है कि हल्दी सेहत के लिए तो लाभप्रद साबित है ही परंतु इसका धार्मिक कामों में उपयोग करना भी बहुत शुभ माना जाता है। तो आइए जानते हैं हल्दी से जुड़ी कुछ खास बातें-
ज्योतिष की मानें शादी में वर-वधु को हल्दी लगाने के पीछे भी यही महत्व है कि उन्हें बाहरी बाधाओं से बचाया जाए और साथ ही उन्हें सेहत और सुंदरता के लाभ भी मिल सकें।
एेसा माना जाता है कि असल में हल्दी का संबंध बृहस्पति ग्रह से है। इसके साथ ही विष्णु भगवान को भी हल्दी अधिक प्रिय है।
हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार पूजा के समय कलाई में या गर्दन पर हल्दी का छोटा सा टीका लगाने से बृहस्पति ग्रह मज़बूत होता है और वाणी में मज़बूती आती है।
माना जाता है हल्दी का दान करना शुभ माना जाता है। इससे कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का अंत होता है। गुरु ग्रह में अनुकूलता आती है।
पूजा के बाद माथे पर हल्दी का तिलक लगाने से विवाह संबंधी कामों में सफलता मिलती है।
घर की दीवार पर अगर हल्दी की रेखा बना दी जाए तो घर में नकारात्मक शक्तियां प्रवेश नहीं कर पाती।
अगर नहाने के पानी में चुटकी भर हल्दी डालकर नहाया जाए तो यह शारीरिक और मानसिक शुद्धता देती है। करियर में सफलता के लिए भी यह प्रयोग अचूक है।
बुरे सपने से छुटकारा पाने के लिए हल्दी की गांठ पर मौली लपेट कर सिरहाने रखें।
गुरुवार को श्री गणेश को मात्र एक चुटकी हल्दी चढ़ाई जाए तो विवाह संबंधी रुकावटें दूर होती हैं।
श्रीहरि और लक्ष्मी की प्रतिमा के पीछे हल्दी की पुड़िया छुपा कर रखने से अति शीघ्र विवाह के योग बनते हैं।
हल्दी के इस्तेमाल से जीवन में संपन्नता आती है। यह मानस की नकारात्मकता दूर करती है। इसीलिए इसे हवन में भी इस्तेमाल किया जाता है।
सूर्य को हल्दी मिला जल चढ़ाने से कन्या की शादी मनचाहे वर से होती है।
हल्दी की माला से कोई भी मंत्र जाप किया जाए तो आप बुद्धि के स्वामी हो सकते हैं।
आपसे लोग करते हैं नफ़रत तो ये टोटका आप ही के लिए बना है..
और भी बहुत सारे प्रयोग विधि उपाय और टोटके हैं हमारे ज्योतिष शास्त्र में आप भी किसी भी प्रकार से परेशानियों में फंसे हुए हैं उलझन में फंसे हुए हैं तो संपर्क करें और खास प्रयोग विधि करके जीवन में अनेकों को लाभ प्राप्त करें.
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सिद्ध गुरु कि देखरेख मे साधना समपन्न करेँ , सिद्ध गुरु से दिक्षा , आज्ञा , सिद्ध यंत्र , सिद्ध माला , सिद्ध सामग्री लेकर हि गुरू के मार्ग दरशन मेँ साधना समपन्न करेँ ।
बिना गुरू साधना करना अपने विनाश को न्यौता देना है बिना गुरु आज्ञा साधना करने पर साधक पागल हो जाता है या म्रत्यु को प्राप्त करता है इसलिये कोई भी साधना बिना गुरु आज्ञा ना करेँ ।
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