ऎसे पहचाने आप पर तंत्र शक्ति (या काला जादू) प्रयोग की गई है
अक्सर हम अपनी जान-पहचान के लोगों द्वारा तांत्रिक शक्तियों के वशीकरण तथा मारण प्रयोगों के बारे में सुनते हैं। हालांकि हममें से यह कोई भी नहीं जानता कि आखिर तांत्रिक प्रयोग किस तरह से और कैसे कार्य करते हैं और अपने ऊपर किए तंत्र शक्ति के गलत प्रयोग को किस प्रकार से खत्म किया जाए।
तांत्रिकों तथा योगियों के अनुसार दुनिया की हर चीज चाहे वो सजीव हो या निर्जीव हो ब्रहमाण्ड की विशाल ऊर्जा का ही रूपांतरित रूप है। वे अक्सर शत्रुओं का बुरा करने के लिए नकारात्मक ऊर्जाओं को प्रयोग करते हैं जिसे पहचानना बेहद आसान होता है।
ऎसे पहचाने आप पर तंत्र शक्ति प्रयोग की गई है:
(1) नाड़ी की गति सामान्य से अधिक हो जाती है: जब भी शरीर पर किसी भी नकारात्मक ऊर्जा का हमला होता है तो हमारा शरीर उसका प्रतिरोध करता है जिसके फलस्वरूप हमारी धड़कन सामान्य से तेज हो जाती है। जितना घातक अटैक होगा, नाड़ी की गति उतनी ही ज्यादा तेज हो जाएगी।
(2) श्वास की गति बढ़ जाती है: तांत्रिक हमला होते ही सांस की गति भी बहुत तेज हो जाती है। घातक हमले की हालत में श्वास की गति इतनी अधिक हो सकती है जितनी की भागदौड़ के बाद भी नहीं होती।
(3) अचानक ही शारीरिक तथा मानसिक रूप से कमजोरी महसूस करना: तांत्रिक हमले या साईकिक अटैक में नकारात्मक शक्तियां व्यक्ति के मन-मस्तिष्क को काबू में करने का प्रयास करती है जिसके चलते व्यक्ति अपनी शक्ति काम नहीं ले पाता और वह अंदर ही अंदर शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोरी महसूस करने लगता है।
(4) रात को डरावने सपने आते हैं: तांत्रिक हमले के दौरान रात को सोते समय भयावह और डरावने सपने आने लगते हैं। कई बार ऎसा लगता है जैसे कि आप पर किसी जानवर ने हमला कर दिया या आप कहीं बहुत ऊंचाई से गिर गए हैं।
(5) पलंग के पास पानी रखने से भी पता चलता है: रात को सोते समय पलंग के पास पानी का एक गिलास रख दें और सोते समय मन में सोचे कि आपके अंदर की नकारात्मक ऊर्जा उस पानी में जा रही है।
सुबह उस पानी को किसी छोटे पौधे में डाल दें। ऎसा लगातार आठ दिन तक करें। आठ दिन में वह पौधा मुरझा जाएगा। यदि हमला बहुत तेज हुआ तो पौधा 2-3 दिन में ही कुम्हला जाएगा।
(6) तकिए के नीचे नींबू रखें: फल तथा सब्जियां भी नकारात्मक ऊर्जा से अत्यधिक प्रभावित होते हैं। आप रात को सोते समय एक नींबू अपने तकिए के नीचे रख दें और अपने मन में सोचे कि आपके आस-पास कोई भी नकारात्मक ऊर्जा है तो वह इस नींबू में आ जाएं। तांत्रिक हमला होने की दशा में सुबह आप उस नींबू को मुरझा हुआ पाएंगे। उसका रंग भी काला पड़ जाएगा।
तंत्र-मंत्र तथा काले जादू की प्रक्रिया देखने में जितनी जटिल होती है, करने में उतनी ही सरल होती है। अक्सर लोग जिस पर भी तांत्रिक शक्तियों या कालू जादू का इस्तेमाल करना चाहते हैं, उसे फंसाने के लिए खाने की वस्तुओं का प्रयोग करते हैं।
ये खाने की वस्तुएं आम तौर पर मीठी ही होती है। आइए जानते हैं कि किस तरह से तंत्र-मंत्र अथवा काले जादू का प्रयोग कर दूसरों को वशीकरण किया जा सकता है, या उनका कुछ अनिष्ट किया जा सकता है।
कभी न खाएं दूसरे की दी गए सफेद मिठाई
काले जादू का प्रयोग मावे की मिठाई (यदि रंग सफेद हो तो सबसे अच्छा) पर सबसे ज्यादा कारगर होता है। बस शर्त इतनी सी है कि आप इसे सही ढंग से करें। ऎसे लोग जिससे भी अपना काम निकलवाना चाहते हैं उसके निमित्त खाने की मिठाई लाते हैं। उस पर अपने मंत्रों का प्रयोग कर सामने वाले व्यक्ति को खिला देते हैं। इस चीज को भगवान का प्रसाद या जन्मदिन की मिठाई या ऎसा कुछ भी बहाना बनाकर खिलाया जाता है। कुछ लोग दूध के जरिए भी इस प्रयोग को करते हैं।
इस तरह के तांत्रिक प्रयोगों से बचने का सबसे अच्छी तरीका यही है कि आप कि सी अन्य की दी गई मिठाई को कभी भूलकर भी न खाएं। यदि सामने वाला व्यक्ति ऎसा है जिसे आप मना नहीं कर सकते तो बेहतर होगा कि मिठाई का का एक छोटा-सा पीस तोड़ कर पहले उसी व्यक्ति को खिला दें। यदि वह सहज ही इसे खा लेता है तो इसका अर्थ है कि वह तांत्रिक प्रयोग नहीं कर रहा है। परन्तु यदि सामने वाला व्यक्ति आप द्वारा दी गई मिठाई को खाने में हिचकिचाएं या ना नुकूर करें तो समझ जाएं कि दाल में कुछ काला है।
इन चीजों के द्वारा भी होता है काले जादू का प्रयोग
खाने की मिठाई के अतिरिक्त लोग अन्य चीजों के माध्यम से भी काला जादू करते हैं। इन चीजों में फूल (चमेली, गुलाब, मोगरा आदि), इत्र, पान, इलायची, लौंग, उड़द, लौबान (धूप) आदि के जरिए किया जाता है। कुछ लोग पहनने के कपड़ों पर भी इसका प्रयोग करते हैं। अगर कोई व्यक्ति अचानक ही ऎसी कोई भी चीज आपको दें तो आपको उससे बचना चाहिए। ये सभी चीजें ऎसी हैं तो प्रचंड वशीकरण और मारक प्रयोग करने में काम ली जाती है।
बिना कोई चीज खिलाए या दिए भी होता है काले जादू का प्रयोग
कुछ लोग तांत्रिक प्रयोग करने के लिए एक बिल्कुल ही अलग तरीके का इस्तेमाल करते हैं। इस तरीके में सामने वाले व्यक्ति को कुछ खिलाया या दिया नहीं जाता वरन उसके घर में अथवा उसके कमरे में अभिमांत्रित वस्तु को डाल दिया जाता है। यह वस्तु कुछ भी हो सकती है, यहां तक की श्मशान की मिट्टी या कोयला भी। अगर किसी भी दिन आपको अपने घर में ऎसी कोई भी चीज मिले जो आप या आपके परिवार में किसी ने नहीं रखी हो तो भी यह तंत्र प्रयोग होने का संकेत हो सकता है।
दक्षिणा शुल्क 1100 रू +डाक व्यय
चेतावनी -
सिद्ध गुरु कि देखरेख मे साधना समपन्न करेँ , सिद्ध गुरु से दिक्षा , आज्ञा , सिद्ध यंत्र , सिद्ध माला , सिद्ध सामग्री लेकर हि गुरू के मार्ग दरशन मेँ साधना समपन्न करेँ ।
बिना गुरू साधना करना अपने विनाश को न्यौता देना है बिना गुरु आज्ञा साधना करने पर साधक पागल हो जाता है या म्रत्यु को प्राप्त करता है इसलिये कोई भी साधना बिना गुरु आज्ञा ना करेँ ।
विशेष -
किसी विशिष्ट समस्या ,तंत्र -मंत्र -किये -कराये -काले जादू -अभिचार ,नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव आदि पर परामर्श /समाधान हेतु संपर्क करें
राजगुरु जी
तंत्र मंत्र यंत्र ज्योतिष विज्ञान अनुसंधान संस्थान
महाविद्या आश्रम (राजयोग पीठ )फॉउन्डेशन ट्रस्ट
(रजि.)
.
किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस नंबर पर फ़ोन करें :
मोबाइल नं. : - 09958417249
08601454449
व्हाट्सप्प न०;- 9958417249
No comments:
Post a Comment