आपकी जन्म कुण्डली में धन योग जानें
मनुष्य के जीवन में सभी समस्याओं का अधिकतर धन से सम्बन्ध होता है, अनेक प्रकार की समस्याएं होती है जैसे विद्या, पुत्र, पत्नी, गृह क्लेश तथा अनेक समस्याओं से मनुष्य संघर्ष करता है.
लेकिन धन भी एक बहुत बड़ी समस्या है जीवन के लगभग सभी कार्य इसी धन से ही संभव हो पाते है इस धन को प्राप्त करने के लिए मनुष्य तरह तरह के उपाय व्रत, पूजा पाठ अनुष्ठान आदि करने से पीछे नही हटता है.
आज आप अपनी जन्मकुंडली के अनुसार जाने कि किस योग से आपको धन प्राप्त हो सकता है या नही तो ऐसे योग जन्म कुण्डली में भी होते है
अपनी जन्म कुण्डली के लग्न अनुसार आप स्वयं देखे कि आपकी कुण्डली में धन का कौन सा योग बन रहा है
ज्योतिष शास्त्र में बहुत से योग मिलते है लेकिन यहां कुछ योगो का वर्णन कर रहा हूँ
* मेष लग्न की कुंडली में लग्न में सूर्य, मंगल, गुरु व शुक्र यह चारों यदि नवम भाव में हों तथा शनि सप्तम भाव में हो तो धन योग बनते हैं। * मेष लग्न की कुंडली में लग्न में सूर्य व चतुर्थ भाव में चंद्र स्थित हो।
* वृष लग्न की कुंडली में बुध-गुरु एकसाथ बैठे हों तथा मंगल की उन पर दृष्टि हो।
* मिथुन लग्न की कुंडली में चंद्र-मंगल-शुक्र तीनों एकसाथ द्वितीय भाव में हों।
* मिथुन लग्न की कुंडली में शनि नवम भाव में तथा चंद्र व मंगल ग्यारहवें भाव में हों।
* कर्क लग्न की कुंडली में चंद्र-मंगल-गुरु दूसरे भाव में तथा शुक्र-सूर्य पंचम भाव में हों।
* कर्क लग्न की कुंडली में लग्न में चंद्र तथा सप्तम भाव में मंगल हों।
* कर्क लग्न की कुंडली में लग्न में चंद्र तथा चतुर्थ में शनि हो।
* सिंह लग्न की कुंडली में सूर्य, मंगल तथा बुध- ये तीनों कहीं भी एकसाथ बैठे हों।
* सिंह लग्न की कुंडली में सूर्य, बुध तथा गुरु- ये तीनों कहीं भी एकसाथ बैठे हों।
* कन्या लग्न कुंडली में शुक्र व केतु दोनों धनभाव में हों।
* तुला लग्न कुंडली में चतुर्थ भाव में शनि हो।
* तुला लग्न कुंडली में गुरु अष्टम भाव में हो।
* वृश्चिक लग्न कुंडली में बुध व गुरु कहीं भी एकसाथ बैठे हों।
* वृश्चिक लग्न कुंडली में बुध व गुरु की परस्पर सप्तम दृष्टि हो।
* धनु लग्न वाली कुंडली में दशम भाव में शुक्र हो।
* मकर लग्न कुंडली में मंगल तथा सप्तम भाव में चंद्र हो।
* कुंभ लग्न कुंडली में गुरु किसी भी शुभ भाव में बलवान होकर बैठा हो।
* कुंभ लग्न कुंडली में दशम भाव में शनि हो।
* मीन लग्न कुंडली में लाभ भाव में मंगल हो।
* मीन लग्न कुंडली में छठे भाव में गुरु, आठवें में शुक्र, नवम में शनि तथा ग्यारहवें भाव में चंद्र-मंगल हों।
इस प्राकार आप कुंडली के अनुसार योग को जान सकते है जीवन में सभी सुख प्राप्त हो तो शास्त्र अनुसार यह भी उपाय कर लाभ उठा सकते हो जो कि आपके जीवन की समस्त बाधाओं को दूर करने में सक्षम है.वार के अनुसार यदि आप कार्य करते है तो आपको शीघ्र सफलता प्राप्त होगी
1. सोमवार :
सोमवार को निवेश करना अच्छा माना गया है। यदि आप सोना, चांदी या शेयर में निवेश करने का सोच रहे हैं तो सोमवार को चुने।
2. मंगलवार :
मंगलवार सेक्स के लिए खराब है। इस दिन सेक्स करने से बचना चाहिए। मंगलवार को बहुत से धर्मों में ब्रह्मचर्य का दिन भी माना जाता है। इस दिन आप अच्छे से सेक्स भी नहीं कर पाएंगे। यह दिन शक्ति एकत्रित करने का दिन है।
3. बुधवार :
सर्वेक्षण से पता चला कि सोमवार और शनिवार जहां ऑफिस में कर्म कार्य होता है। वहीं मंगलवार को ज्यादा, लेकिन ऑफिस में बुधवार को सबसे श्रेष्ठ दिन घोषित किया गया है।
3. गुरुवार :
यदि आप किसी बुरी लत के शिकार है - जैसे सिगरेट, तंबाखू, शराब आदि तो उसे छोड़ने के लिए आप गुरुवार को चुने, क्योंकि गुरुवार को छोड़ते वक्त आपमें संकल्प की अधिकता होती है और यह पवित्र दिन भी है। तो गुरुवार को आदत छोड़ने का दिन माना गया है।
4. शुक्रवार :
शुक्रवार सेक्स के लिहाज से अच्छा दिन है, लेकिन सर्वे से पता चला है कि शुक्रवार नौकरी से निकाले जाने का दिन भी। इसलिए अच्छा यह भी है कि आप इस दिन खट्टा न खाएं तो आपके साथ अच्छा ही होगा।
5. शनिवार :
शनिवार को क्षमा मांगने का दिन भी माना जाता है, लेकिन सर्वे से यह पता चला कि बच्चों को जन्म देने के लिए शनिवार बेहतर है। शनिवार को शराब पीना सबसे घातक माना गया है। इससे आपके अच्छे भले जीवन में तूफान आ सकता है।
6. रविवार :
रविवार अच्छे-अच्छे पकवान खाने के लिए उत्तम दिन है, लेकिन सर्वे कहता है कि खाना बनाने के लिए रविवार सबसे खराब दिन है। इसका मतलब यह कि महिलाएं चाहती है कि इस दिन हमें भी किचन से छुट्टी मिलें।
आपका जीवन सुखी हो यही मेरी कामना है
जन्म कुंडली देखने और समाधान बताने की
दक्षिणा - 301 मात्र .
विशेष
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राजगुरु जी
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