श्री धनलक्ष्मी यंत्र
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धन लक्ष्मी यंत्र का उपयोग करने के तरीके महा धन लक्ष्मी यंत्र जीवन में समृद्धि और आराम के लिए एक अनुकूल यंत्र है,धन लक्ष्मी यंत्र, धन लक्ष्मी प्राप्ति के टोटके, लक्ष्मी प्राप्ति मन्त्र, लक्ष्मी प्राप्ति साधना मुहूर्त आदि की चर्चा की गई है।
धन या व्यापार से संबंधीत लेन-देन के खाते पर या पत्र व्यवहार करते समय हल्दी या केशर लगायें। गल्ले में, पैसे के लेन-देन से संबंधित, चैक बुक-पासबुक, पूंजी निवेश से संबंधित कागजात इत्यादि श्री यंत्र के साथ में रखें।
देवी लक्ष्मी इस रात अपनी बहन दरिद्रा के साथ भू-लोक की सैर पर आती हैं। जिस घर में साफ-सफाई और स्वच्छता रहती है, वहाँ माँ लक्ष्मी अपने कदम रखती हैं और जिस घर में ऐसा नहीं होता वहां दरिद्रा अपना डेरा जमा लेती है।
लक्ष्मी के साथ एकदंत मंगलमूर्ति गणपति की पूजा की जाती है। पूजास्थल पर गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर के पीछे शुभ और लाभ लिखा जाता है व इनके बीच में स्वस्तिक का चिन्ह बनाया जाता है।
लक्ष्मी जी की पूजा से पहले भगवान गणेश की फूल, अक्षत, कुंकू, रोली, दूब, पान, सुपारी और मोदक मिष्ठान से पूजा की जाती है फिर देवी लक्ष्मी की पूजा भी इस प्रकार की जाती है।
लक्ष्मी मंत्र की माला की जाए तो वैभव प्राप्त होता है। वास्तु ग्रंथों में लक्ष्मी, यश-कीर्ति की प्राप्ति और अलक्ष्मी के नाश के उपाय के रूप में कई उपाय मिलते हैं। लक्ष्मी, गायत्री मंत्र का निरंतर जाप भी इष्टप्रद है।
लक्ष्मी मंत्र-
'महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्।'
दक्षिणा शुल्क 1100 रू +डाक व्यय
चेतावनी -
सिद्ध गुरु कि देखरेख मे साधना समपन्न करेँ , सिद्ध गुरु से दिक्षा , आज्ञा , सिद्ध यंत्र , सिद्ध माला , सिद्ध सामग्री लेकर हि गुरू के मार्ग दरशन मेँ साधना समपन्न करेँ ।
बिना गुरू साधना करना अपने विनाश को न्यौता देना है बिना गुरु आज्ञा साधना करने पर साधक पागल हो जाता है या म्रत्यु को प्राप्त करता है इसलिये कोई भी साधना बिना गुरु आज्ञा ना करेँ ।
विशेष -
किसी विशिष्ट समस्या ,तंत्र -मंत्र -किये -कराये -काले जादू -अभिचार ,नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव आदि पर परामर्श /समाधान हेतु संपर्क करें
राजगुरु जी
तंत्र मंत्र यंत्र ज्योतिष विज्ञान अनुसंधान संस्थान
महाविद्या आश्रम (राजयोग पीठ )फॉउन्डेशन ट्रस्ट
(रजि.)
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