कन्फ्यूज बनाता है चन्द्रमाँ-बुध का योग
ज्योतिष में बुध को बुद्धि, सोचने समझने की क्षमता, निर्णय शक्ति, तर्क शक्ति, मष्तिष्क, बुद्धिपरक कार्य और पढ़ने की क्षमता आदि का कारक माना गया है अर्थात हमारे मष्तिष्क और बौद्धिक गातिविधियों को बुध ही नियंत्रित करता है .
कुंडली में बुध की सबल या निर्बल स्थिति ही हमारी बौद्धिक क्षमता और निर्णय शक्ति का स्तर निश्चित करती है.
चन्द्रमाँ को ज्योतिष में मूवमेंट या चलायमानता का कारक माना गया है क्योंकि नौ ग्रहों में चन्द्रमाँ की गति सबसे तेज है जो एक राशि में केवल दो से सवा दो दिन तक हो रहता है .
इसलिए चन्द्रमाँ को परिवर्तन, मूवमेंट और चलायमानता का कारक माना गया है इसी लिए कुंडली में बुध और चन्द्रमाँ का योग होने पर व्यक्ति को कुछ विशेष समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
यदि कुंडली में चन्द्रमाँ और बुध का योग हो अर्थात चन्द्रमाँ और बुध एक साथ हों तो ऐसे में व्यक्ति की बुद्धि अस्थिर होती है और व्यक्ति के निर्णय कभी स्थिर नहीं रहते, चन्द्रमाँ बुध का योग होने पर व्यक्ति के मस्तिष्क में योजनाएं तो बहुत बनती है परंतु उसके निर्णय हमेसा बदलते रहते हैं .
किसी भी एक कार्य का निश्चय करने के कुछ साम्य बाद ही मन में उस कार्य को ना करके दूसरे कार्य को करने का विचार आने लगता है,
कुंडली में चन्द्रमाँ बुध का योग होने पर व्यक्ति की बुद्धि चलायमान होती है जिसका व्यक्ति की निर्णय शक्ति या डिसीजन पावर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है,.
चन्द्रमाँ बुध का योग होने पर व्यक्ति को किसी भी बात का निर्णय करने में बड़ा संशय होता है और व्यक्ति हमेसा कन्फ्यूजन की स्थिति में रहता है .
ऐसे में व्यक्ति को किन्ही दो चीजों या बातों में से एक का चयन करने में बड़ी समस्या आती है और किसी एक बात का चयन करने के बाद अधिकांशतः व्यक्ति को लगता है के उसका यह निर्णय गलत था कहने का तात्पर्य यही है के चन्द्रमाँ बुध के योग से व्यक्ति के मस्तिष्क में संशय या भ्रम की स्थिति बनी रहती है, .
चन्द्रमाँ बुध के योग से व्यक्ति ओवर थिंकिंग अर्थात बहुत अधिक सोचने की आदत भी होती है चन्द्रमाँ बुध के योग में यदि चन्द्रमाँ की डिग्री बुध से अधिक हो तो इस योग की प्रबलता बढ़ जाती है .
यदि कुंडली में चन्द्रमाँ बुध का योग हो ऐसे व्यक्ति को किसी भी बड़े या महत्वपूर्ण निर्णय से पहले किसी अन्य योग्य व्यक्ति से सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
बुध या चंद्र का कमजोर या अशुभ होना भी कुछ कन्फ़्यूज़न जैसी ही स्थिति पैदा करते है
यदि कुंडली में चन्द्रमाँ बुध का योग होने पर अधिक कन्फ्यूजन रहती हो निर्णय लेने में समस्याएं आती हों या बुद्धि हमेशा अस्थिर रहती हो तो निम्नलिखित उपाय करें -
1. ॐ बुम बुधाय नमः का नियमित जाप करें।
2. प्रत्येक बुधवार को गाय को हरा चारा खिलाएं।
3. सोमवार को मन्दिर में या गरीब व्यक्ति को दूध दान करें।
4. गणेश जी की उपासना करें।
5. किसी योग्य ज्योतिषी की सलाह के बाद पन्ना रत्न भी धारण कर सकते हैं।
।। श्री हनुमते नमः।
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