लाजवर्त रत्न
लाजवर्त अथवा राजवर्त शनि का रत्न है. इसे लैपिज लूजली के नाम से भी जाना जाता है. प्राचीन काल में यह मंहगे रत्नों में शुमार किया जाता था. लाजवर्त नीले रंग का होता है और इसपर सुनहरी धारियां होती है जिससे यह खूबसूरत दिखता है. आफगानिस्तान में यह रत्न काफी मात्रा में पाया जाता है. यह प्रेम और सद्भावना का प्रीतक माना जाता है.
लाजवर्त धारण करने से लाभ
लाजवर्त शनि की पीड़ा से बचाव करता है साथ ही राहु के विपरीत प्रभाव से भी सुरक्षा प्रदान करता है. जो महिलाएं संगीत, नृत्य से जुड़ी हुई हैं लाजवर्त उनके लिए सफलता प्रदायक होता है. पुरूष जो इस रत्न धारण करते हैं उनमें सकारत्मक उर्जा का संचार होता है. व्यक्ति के मन में निराशात्मक विचार जन्म नहीं लेता हैं..
लाजवर्त आंखो के लिए लाभदायक रत्न होता है. इसे धारण करने से नेत्र रोग में फायदा होता है. यह बुखार में भी असरकारी होता है. पेट सम्बन्धी कई प्रकार की बीमारियों में राजवर्त कारगर होता है. मानसिक शांति एवं पारिवारिक खुशियो कें लिए भी लाजवर्त उत्तम रत्न होता है.
यह आत्मविश्वास और इच्छा शाक्ति बढ़ाने वाला होता है. वैवाहिक जीवन में पति पत्नी के बीच बढ़ती हुई दूरियों को कम करने में भी लाजवर्त श्रेष्ठ होता है. इसे धारण करने से इच्छाशक्ति भी बढ़ती है.
लाजवर्त धारण करने के बाद व्यक्ति पर राहु, शनि और केतु का दुष्प्रभाव खत्म हो जाता है । शनि , राहु और केतु के प्रकोप से बचाता है और दुर्भागय को दूर कर के व्यक्ति को सफलता दिलाता है । व्यक्ति पर बुरी नजर, काला जादू , टोने - टोटके का प्रभाव नहीं होता है ।
लाजवर्त पत्थर के लाभ
*.लाजवर्त तीनो क्रूर ग्रहो (शनि, राहु और केतु ) के दोषो और दुष्प्रभावो को खत्म करता है ।
*.*.यदि आपको शनि की साढ़ेसाती चल रही है तो आप लाजवर्त धारण कर सकते है और लाभ प्राप्त कर सकते है ।
*.*.यदि किसी व्यक्ति द्वारा घर पर या आप पर कुछ किया-कराया हुआ अनुभव होता हो या फिर घर में वास्तुदोष हो तो लाजवर्त को धारण करने से लाभ मिलता है ।
*.*.काला जादू ख़त्म करता है और बुरी नज़र से बचाव करता है |
*.*.यदि आपको केतु और राहु की महादशा या अन्तर्दशा चल रही है तो आप लाजवर्द धारण कर सकते है और लाभ प्राप्त कर सकते है ।
*.*.नौकरी और व्यवसाय में आ रही अड़चनो को दूरकरता है ।
*.*.पितृ दोष को खत्म करता है ।
*.*.लाजवर्त विद्यार्थियों के लिए अत्यंत लाभदायक है । लाजवर्त विद्यार्थी का आत्मविश्वास बढ़ा देता है और विद्यार्थी की शिक्षा में एकाग्रता भी बढ़ जाती है ।
*.*.लाजवर्त को धारण करने के बाद धीरे धीरे आपके व्यवसाय में तरक्की होती है | यदि व्यवसाय काला जादू या टोना - टोटका की वजह से मंदा चल रहा है तो आपको लाजवर्त धारण करने से लाभ अवश्य मिलेगा ।
*.*.अगर घर में बरकत नही होती है तो बरकत होने लगती है |
*.*.अगर आपके शत्रु ज़्यादा है या आपका शत्रु आपको परेशान करता है या आप पर जादू टोना करवाता है तो आपका उसके किए हुए जादू टोनासे बचाव करता है और आपके शत्रु को परास्त करता है | आपका शत्रु आपके सामने शक्तिहीनहो जाता है |
*.*.लाजवर्त को धारण कर ने से डिप्रेशन/तनाव दूर होता है ।और सेहत अच्छी होती है ।
*.*.लाजवर्त राहु, केतु और शनि द्वारा आ रही बाधाओ को दूर करता है और व्यक्ति को सफलतामिलने लगती है |
*.*.लाजवर्त को धारण करने के बाद व्यक्ति का दुर्घटना और एक्सीडेंट से बचाव रहता है ।
*.*.यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है तो आपको लाजवर्त धारण कर ने से लाभ अवश्य मिलेगा ।
*.*.आपको लाजवर्त शनिवार को चाँदी की अंगूठी में बनवा के सीधे हाथ की मध्यमा उंगली (middle finger) में धारण करना है
राजगुरु जी
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(रजि.)
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