Tuesday, September 25, 2018

आकर्षण साधना विज्ञान






आकर्षण साधना विज्ञान

वासंती नवरात्रि कहे जाने वाले चैत्र नवरात्रि का तंत्र-मंत्र में विशेष ही महत्व माना गया है। अक्सर तांत्रिक लोग किसी सिद्धपीठ में जाकर 9 दिनों तक तांत्रिक साधना करते हैं। इसमें किसी भी मंत्र का अनुष्ठान करने से यथाशीघ्र सफलता मिलती है।

शत्रु अधिक परेशान करते है तब मां बगुलामुखी की साधना कर उन्हें परास्त किया जा सकता है लेकिन यह साधना कठिन है।

साधना काल में ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए पीले वस्त्रों का प्रयोग करना अनिवार्य होता है। साथ ही पीली हल्दी की माला, पीले पुष्प एवं पीला ही आसन का प्रयोग करना चाहिए। एक निश्चित समय पर ही मंत्रानुष्ठान करना चाहिए।

मंत्र इस प्रकार है :

ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां
वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्ववां कीलय कीलय
बुद्धि विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा।

इस प्रकार मंत्र जाप करने से घोर शत्रु भी अनुकूल हो जाता है।

***********************************************************************

कामिया सिन्दूर-मोहन मंत्र

हथेली में हनुमंत बसै, भैरू बसे कपार।
नरसिंह की मोहिनी, मोहे सब संसार।
मोहन रे मोहंता वीर, सब वीरन में तेरा सिर।
सबकी नजर बांध दे, तेल सिन्दूर चढ़ाऊं तुझे।
तेल-सिन्दूर कहां से आया? कैलास-पर्वत से आया।
कौन लाया, अंजनी का हनुमंत, गौरी का गणेश लाया।
काला, गोरा, तोतला- तीनों बसे कपार।
बिंदा तेल सिन्दूर का, दुश्मन गया पाताल।
दुहाई कमिया सिन्दूर की, हमें देख शीतल हो जाए।
सत्य नाम, आदेश गुरु की। सत् गुरु, सत् कबीर।

विधि : सिन्दूर पर लगातार 7 रविवार तक उक्त मंत्र का 108 बार जप करें। इससे मंत्र सिद्ध हो जाएगा। प्रयोग के समय सिन्दूर पर 7 बार उक्त मंत्र पढ़कर अपने माथे पर टीका लगाएं। ‘टीका’ लगाकर जहां जाएंगे, सभी वशीभूत होंगे।

सर्वजग सम्मोहन तंत्र : -

तुलसी के चूर्ण में सहदेई के रस को मिलाकर माथे पर तिलक करें। यदि ऐसा तिलक करके आप किसी सभा अथवा पार्टी में जाते हैं तो सभी आपसे प्रभावित रहेंगे। यदि आप किसी एक व्यक्ति को ही आकर्षित करना चाहते हैं तो भी उसके सम्मुख यही टीका लगाकर जाएं, सफलता मिलेगी।

************************************************************************

आकर्षण एवं वशीकरण प्रबल सूर्य मंत्र

'ॐ नमो भगवते श्रीसूर्याय ह्रीं सहस्त्रकिरणाय ऐं अतुलबलपराक्रमाय नवग्रह दश दिक्पाल लक्ष्मीदेवताय, धर्मकर्मसहितायै ‘अमुक’ नामनी नाथय नाथय, मोहय मोहय, आकर्षय आकर्षय, दासानुदासं कुरु कुरु, वश कुरु कुरु स्वाहा।'

विधि : - सूर्यदेव का ध्यान करते हुए उक्त मंत्र का 1008 बार जप प्रतिदिन 9 दिन तक करने से ‘आकर्षण’ का कार्य सफल होता है।

मंत्र भलाई के लिए होते हैं न कि किसी को क्षति पहुंचाने के लिए। यदि कोई किसी के नुकसान के लिए प्रयोग करता है तो सबसे पहले उसी का नुकसान होता है, क्योंकि मन की शक्ति सबसे बड़ी होती है।

***********************************************************************

आकर्षण मंत्र : इसे पढ़ने से पत्थरदिल भी होगा आकर्षित

यूं तो मंत्र और तंत्र मन के विश्वास पर आजमाए जाते हैं लेकिन कुछ मंत्रों के बारे में तांत्रिकों का दावा है कि यह असर करते हैं और तत्काल असर करते हैं। जैसे यह मंत्र जो किसी व्यक्ति विशेष को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए प्रयोग में लाए जाते हैं।

तांत्रिक मान्यता है कि जिस व्यक्ति को आकर्षित करना हो उसका ध्यान कर 15 दिन तक नित्य इस मंत्र का जाप करें, तो कैसा भी पत्‍थरदिल प्राणी हो, अवश्य आ‍कर्षित होगा।*

आकर्षण मंत्र 1

- ॐ हुं ॐ हुं ह्रीं।

* आकर्षण मंत्र 2

- ॐ ह्रों ह्रीं ह्रां नम:।

इस मंत्र को नित्य 10 हजार बार 15 दिन तक जाप करें तो वांछित व्यक्ति अवश्य ही आकर्षित होगा

ॐ वश्य मुखी राज मुखी स्वाहा।।

इस मंत्र को 21 माला जाप करके सिद्ध कर ले कोई विधान नहीं है
बस किसी भी अमावश्या या पूर्णिमा को सिद्ध करके माला खत्म होने के बाद 3 फूंक पानी पे मारकर पि ले जिससे ये सिद्ध हो जायेगा।।
इसके बाद 21 बार पानी पे फूंक मार कर मुँह धोने से जग मोहन होता है

जय सिया राम उपरोक्त मंत्र को प्रातः पूजा में भी 11 बार पढ़ कर यदि अपने मुखमंडल पर दोनों हाथ फेर लिया जाए तो सभा में सम्मान भी प्राप्त होता है ।

राजगुरु जी

तंत्र मंत्र यंत्र ज्योतिष विज्ञान  अनुसंधान संस्थान

महाविद्या आश्रम (राजयोग पीठ )फॉउन्डेशन ट्रस्ट

 (रजि.)

किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस नंबर पर फ़ोन करें :

मोबाइल नं. : - 09958417249

                     08601454449

व्हाट्सप्प न०;- 9958417249

No comments:

Post a Comment

महा प्रचंड काल भैरव साधना विधि

  ।। महा प्रचंड काल भैरव साधना विधि ।। इस साधना से पूर्व गुरु दिक्षा, शरीर कीलन और आसन जाप अवश्य जपे और किसी भी हालत में जप पूर्ण होने से पह...