Monday, January 25, 2016

श्री खड्गरावण महातन्त्र








समस्त तन्त्र शक्ति के नाश के लिए मारण प्रयोगों को नष्ट करने के लिए कृत्याद्रोह नाम के तन्त्र उन्मूलन के लिए इस प्रयोग को किया जाता है I इससे तन्त्र के छ: प्रकार के अभिचार कर्मों का नाश होकर रक्षा की प्राप्ति होती है I
मन्त्र : ॐ नमो भगवते पशुपतये ॐ नमो भूताधिपतये ॐ नमो खड्गरावण लं लं विहर विहर सर सर नृत्य नृत्य व्यसनं भस्मार्चित शरीराय घण्टा कपाल- मालाधराय व्याघ्रचर्मपरिधानाय शशांककृतशेखराय कृष्णसर्प यज्ञोपवीतिने चल चल बल बल अतिवर्तिकपालिने जहि जहि भुतान् नाशय नाशय मण्डलाय फट् फट् रुद्राद्कुशें शमय शमय प्रवेशय प्रवेशय आवेणय आवेणय रक्षांसि धराधिपति रुद्रो ज्ञापयति स्वाहा I
शत्रुओं के प्रयोगों के द्वारा जो लम्बे समय से तरह- तरह के कष्ट झेलते आ रहे हैं और किसी प्रकार भी इससे मुक्ति नहीं मिल पा रही हो तो इस प्रयोग को अवश्य सम्पन्न करें I त्रिलोक विजयी रावण इसी मन्त्र के बल पर ही महारूद्र को प्रसन्न करके उस युग के तन्त्र- मन्त्र वेत्ता, ऋषि- मुनियों का भी सम्राट बना I
इस मन्त्र को छ: महीने तक प्रतिदिन दस मालाओं का जाप करके एक माला के द्वारा अर्थात 108 आहुतियों से नित्यप्रति हवन करें, इससे इस मन्त्र का एक पुरश्चरण हो जाता है और इस प्रकार के 18 पुरश्चरण करने पर मन्त्र सिद्ध होने लगता है I
इस शरभ तन्त्र के अनेक मन्त्र हैं, अनेक प्रयोग हैं I संसार में रोग निवारण से लेकर शत्रु को नष्ट करने तक, समृद्धिवान बनने तक सभी कार्य इसके द्वारा संभव हैं I वास्तव में यह स्वयं में महातंत्र है I
जैसे शत्रु नाश के लिए शत्रु के पैरों की मिट्टी से पुतला बनाकर, प्राणप्रतिष्ठा करके आँक या धतूरे की जड़ में दबा करके उसके सामने बैठकर यदि इस मन्त्र का 125000 जाप किया जाए तो उस पुतले के साथ जो किया जाए शत्रु को वैसे ही पीड़ा प्राप्त होती है I यदि उस पुतले को शमशान के अंगारे से तपा दिया जाएं तो शत्रु को कभी न ठीक होने वाला बुखार हो जाता है और यदि पिघले हुए लाख से उसको लपेटकर यदि उसे आँक की लकड़ियों में जला दिया जाए तो तीन दिन में शत्रु नष्ट हो जाता है I
आकर्षण के लिए क्लीं बीज से संपुटित करके इस मन्त्र का जाप करना चाहिए I
शत्रुओं के मध्य झगडे कराने के लिए मन्त्र के दोनों तरफ रूद्र बीज "क्षौं" या "हौं" लगा करके जाप करना चाहिए I
शत्रुओं के उच्चाटन के लिए मन्त्र के दोनों तरफ वायु बीज "यं" या "हं" लगा करके जाप करना चाहिए I
मोक्ष प्राप्ति के लिए "ऐं" बीज व "चिंतामणि बीजमन्त्र" से पुटित करके जाप करें I
किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस नंबर पर फ़ोन करें :
मोबाइल नं. : - 09958417249
व्हाट्सप्प न०;- 9958417249

No comments:

Post a Comment

महा प्रचंड काल भैरव साधना विधि

  ।। महा प्रचंड काल भैरव साधना विधि ।। इस साधना से पूर्व गुरु दिक्षा, शरीर कीलन और आसन जाप अवश्य जपे और किसी भी हालत में जप पूर्ण होने से पह...