Saturday, January 23, 2016

अनुभूत पत्नी ग्रह वासिनी साबर मंत्र साधना







एक दोस्त का मेसेज मिला वह अपनी पत्नी से बहुत प्यार करता था | वहएक अच्छे पद पर सरकारी नौकरी भी करता था | उसके पिता भी अच्छी सरकारी नौकरी में थे | शादी हुई, कुछ दिन ठीक ठाक रहा |फिर अचानक पत्नी ने उसे कहा कि मैं आपके परिवार के साथ नहीं रहना चाहती, तुम उनसे अपना हिस्सा लेकर जुदा सेपरेट रहो | उसके घर में माँ पिता के अलावा उसकी बहन थी जिसकीशादी अभी करनी थी | लेकिन उसके मना करने से कलेश रहने लगा और पत्नी मायके अपने पिता के घर चलीगई | वो लोग मनाने गए तो उनकी शर्त थी कि तुम अलग रहो | आखिर कोई समझौता न हुआ और सुसराल वालों ने डाउरी केस फ़ाइल कर दिया | दोनों बाप बेटे की नौकरी चली गई और कर्जा लेकर 5 लाख रुपए लड़की वालों को देने पड़े | आज दोनों गुमनाम ज़िंदगी किसी दूसरे शहर में बिता रहे हैं ताकिउसकी बहन की शादी हो सके | इस तरहएक घर बर्बाद हो गया | एक दूसरा मेसेज मिला जिसमें भी कुछ ऐसे ही हालात हैं | पति सरकारी नौकरी में है | घर में बीमार माँ है | उसकी पत्नी बार बार झगड़ा कर मायके चली जाती है और कहती है, अपनी माँ से अलग हो मेरे पिता के घर आकर रहो | उसकी मजबूरी है कि बीमार माँ को छोड़ नहीं सकता | डरता है कि उसे धमकी मिल रही है वह केस कर देंगे डाउरी का |एक अन्य मेसेज में पति ने अपनी पत्नी को उच्च शिक्षा दिलाई, उसेसरकारी नौकरी लगवाई, उसकी बेहतरी के लिए अनेक प्रयत्न किए लेकिन वह किसी और के साथ चली गई | इस समाज में ऐसा बहुत बार होता है | ऐसे अनेक मेसेज, ईमेल मुझे आते रहते हैं | जिससे पत्निओं की मनमर्जी, बार बार झगड़ा करने से उन लोगों की ज़िंदगी नरक बनी हुईहै | यह साधना उन सभी दोस्तों, पाठकों एवं लोगों के लिए रामबाण जैसा असर करेगी | इस साधना से पत्नी का वास पति घर में स्थाई तौर पर रहता है |
वह झगड़ा कर अपने पिता के यहाँ नहीं जाती अपनी घर गृहस्थी अच्छे से संभालती है | ससुरपक्ष की तरफ से विरोध परेशानी नहीं बनती | कन्या पति घर में मन लगा कर रहती है |विधिइस साधना को किसी भी शुभ दिन शुरू कर सकते हैं | इस मंत्र में शिव गौरी का पूजन करें , भैरव जी की आज्ञा लें और मीठी रोटी किसी शवान को डाले और मंत्र जप शुरू कर लें | इसमें खाली धूप लगा सकतेहैं | दीप की इतनी आवश्यकता नहीं होती | इस मंत्र का जप आप 9000 कर लें | यह जप आप कितने भी दिन में कर सकते हैं, यह आप पर है | दिशा उत्तर ठीक है | आसन कोई भी चल जाएगा | माला कोई भी ले लीजिये | जप करते वक्त पास में साँभर नमक की 108 डली रख लें जो छोटे आकार की हो | यह किसी कटोरी में रख लें| जब मंत्र जप पूरा हो जाए तो वह नमक किसी तरह अपनी पत्नी को खिलादें | दाल सब्जी भाजी आदि में खिला सकते हैं बिना बताये | इससे उस लड़की का वास पति के घर में रहता है | कभी झगड़े जैसी स्थिति पैदा नहीं होती | सुसराल पक्ष भी उसके हक़ में रहता है | यह साधना जन कल्याण हेतु पोस्ट की जा रही है |
साबर मंत्र:-
ॐ भोगराज भयंकर परिमूय उत उधरई जोई जोई देखे |मारकर तासो सो दीखै पाँव परन्ता ॐ नमो ठ: ठ: स्वाहा ||
इस मंत्र से कोई एक घर भी टूटने से बच सका तो मेरा लिखना सार्थक होगा
राजगुरु जी
महाविद्या आश्रम
.किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस नंबर पर फ़ोन करें :
मोबाइल नं. : - 09958417249'
व्हाट्सप्प न०;- 9958417249

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