शत्रु उच्चाटन के दुर्गा प्रयोग
देवी दुर्गा की आराधना कर भी शत्रु उच्चाटन साधना कर संघर्ष को खत्म किया जा सकता है। यह प्रयोग किसी भी माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी को शुरू किया जाता है। वैसे इसे किसी भी शनिवार को किया जा सकता है।
इसका समय रात्रि के 11 बजे के बाद है। साधना की शुरूआत से पहले लाल वस्त्र में लाल आसन पर दक्षिण की ओर मुंह कर बैठें। अपने सामने देवी दुर्गा की तस्वीर रखें और शत्रु का नाम लेकर उससे बचाव की मन्नत मांगते हुए उच्चाटन मंत्र का 51 माला जाप करें। मंत्र मंे दिए गए अमुक के स्थान पर शत्रु का नाम लें। इसका मंत्र हैः-
ऊँ दुँ दुर्गायै अमुकं उच्चाटय उच्चाटय शीघ्रं सर्व शत्रु बाधा नाशय नाशय फट!
इस साधना के लिए किया जाने वाला अनुष्ठान तीन दिनों का होता है। उसके बाद यंत्र, माला और दूसरी पूजन सामग्रियों को जमीन में दबा दिया जाता है।
चेतावनी -
सिद्ध गुरु कि देखरेख मे साधना समपन्न करेँ , सिद्ध गुरु से दिक्षा , आज्ञा , सिद्ध यंत्र , सिद्ध माला , सिद्ध सामग्री लेकर हि गुरू के मार्ग दरशन मेँ साधना समपन्न करेँ ।
विशेष -
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महायोगी राजगुरु जी 《 अघोरी रामजी 》
तंत्र मंत्र यंत्र ज्योतिष विज्ञान अनुसंधान संस्थान
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(रजि.)
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