कमलगट्टे की माला धन प्राप्ति, पुत्रजीवा की माला संतान प्राप्ति तथ्ा मूंगे की माला गणेश और लक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए है।
लाल चंदन की माला गणेशजी, मां दुर्गा और लक्ष्मीजी की साधना के लिए प्रयुक्त होती है। वहीं तुलसी की माला वैष्णव भक्तों, राम और कृष्ण की उपासना हेतु उत्तम मानी गई है।
स्फटिक माला सौम्य प्रभाव से युक्त होती है। इसे धारण करने से चंद्रमा और शिवजी की कृपा शीघ्र प्राप्त हो जाती है।
हल्दी की माला का प्रयोग बृहस्पति ग्रह की शांति तथा मां बगलामुखी के मंत्र जप के लिए श्रेष्ठ है। कमल के बीजों की माला से मां लक्ष्मी की आराधना करें।
हनुमानजी का मंत्र जप करने के लिए मूंगे की माला या तुलसी माला का प्रयोग श्रेयस्कर है।
चंद्रमा की पूजा के लिए मोती की माला प्रयोग करें। शिव मंत्र जाप के लिए रुद्राक्ष की माला निश्चित की गई है। सूर्य की पूजा करने के लिए माणिक्य की माला ही सिद्ध है।
माला जप को लेकर लोगों में मन में कई धारणाएं हैं। कुछ लोगों का मानना है कि महिलाओं को माला नहीं जपनी चाहिए। जबकि यह सत्य नहीं है।
महिलाएं भी अपने इष्ट देव का ध्यान करते हुए माला से मंत्र जप कर सकती हैं।
राज गुरु जी
महाविद्या आश्रम ( राजयोग पीठ ) फॉउन्डेशन ट्रस्ट
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