Monday, March 6, 2017

कुंडलाहारिणी अप्सरा सबसे शीघ्र आती है।

इसे बुलाने की विधी इस प्रकार है, ऐक चौकी पर सफेद वस्त्र बिछाऐं उस अष्ट दल कमल सफेद चावल से बनाकर अप्सरा का चित्र रखें।

सफेद वस्त्र पहने रात में 11 बजे से मंत्र जप करे 31 माला जप करें,

उससे पहले न्यास और ध्यान करके अप्सरा का पूजन कर लें।

इस अप्सरा की साधना में तिथि, वार, नक्षत्र कुछ भी नही देखना,

ये अप्सरा बहुत शीघ्र आती है, जिस कमरे आप साधना करे उसमें कोई और प्रवेश ना करे,

मंत्र इस प्रकार है▪▪

"ऊॅ श्रीं ह्रीं कुण्डलहारिणी आगच्छ स्वाहा"

मोगरे का इत्र कमरे में छिड़क लें, स्फटिक की माला से जप करें।

अप्सरा परीक्षा लेगी आपको डरा सकती है परीक्षा सफल होने के बाद वो सामने आऐगी उस से वचन ले जो भी चाहो

आपको स्वर्ग का भी दर्शन कराऐगी जो वस्तु मांगोगे वो लाकर देगी, प्रेमिका बनकर रहेगी।

राजगुरु जी

महाविद्या आश्रम

किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस नंबर पर फ़ोन करें :

मोबाइल नं. : - 09958417249

                     08601454449

व्हाट्सप्प न०;- 9958417249

No comments:

Post a Comment

महा प्रचंड काल भैरव साधना विधि

  ।। महा प्रचंड काल भैरव साधना विधि ।। इस साधना से पूर्व गुरु दिक्षा, शरीर कीलन और आसन जाप अवश्य जपे और किसी भी हालत में जप पूर्ण होने से पह...