मंगल और जीवन
बिल्कुल सूर्य के ही समान दिखने वाला..सूर्य के ही समान गर्म..सूर्य के ही समान लाल चेहरा..सूर्य के ही समान पराक्रमी..अपने आप को सूर्य के समान ही तेज मानने वाला मंगल....
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सूर्य का परम मित्र मंगल..
और कुंडली में जब यही सूर्य और मंगल मिल जाए तो क्या ही कहना....
मंगल तेज है,मंगल ऊर्जा है, मंगल पराक्रम है, सूर्य अगर बड़ा भाई तो मंगल छोटा भाई है....
सूर्य अगर राजा तो मंगल सेनापति है...
तो चर्चा होगी आज इसी महा पराक्रमी मंगल के बारे में..
अगर पराक्रम की चर्चा हो और बात मंगल की ना हो या तो हो ही नहीं सकता..
मंगल तेज है, मंगल ऊर्जा है, कभी न थकने वाला यंत्र है मंगल..
जब अन्य ग्रह चलती है तो वही मंगल दौड़ लगाती हैं..
इसलिए किसी भी खिलाड़ी, एथलीट,धावक, सैनिक, पुलिस विभाग सभी के कुंडली में मंगल का बलवान होना परम आवश्यक है ...
मंगल जातक को Fit & Slim बनाता है, मंगल युक्त जातक दुबला पतला चपल और तेज होगा...
मंगल में आलस नाम मात्र भी नहीं..
मंगल में क्रोध है, स्वाभिमान है, या यूं कहें गर्दन कट जाए पर गर्दन झुके नही..
चुकी मंगल पराक्रम है और कुंडली का तीसरा भाव भी पराक्रम का है इसलिए कुंडली के तीसरे भाव पर इसका पूर्ण अधिकार है..
शत्रु का कुचलकर उसको नष्ट कर देना पराक्रम पुरुषार्थ सहित या मंगल का कार्य है.. क्योंकि छठा भाव शत्रु का है इसलिए यहां बैठा मंगल अच्छा परिणाम देता है ।।
मंगल स्वाभिमान है मंगल को कहीं झुकना पसंद नहीं ..
सुबह का सैर (Morning Walk) मंगल है...
खाने में मिष्ठान भोजन मंगल है..
शरीर में आपका रक्त मंगल है..
इसलिए जिसका मंगल बलवान हो उसके शरीर की हिमोग्लोबिन हमेशा अच्छी रहती है..
सभी भी प्रकार के विद्युत सामग्री Electrical Works मंगल है
दशम भाव चुकी कर्म का है, और मंगल कभी न थकने वाला कर्मचारी.. इसलिए कुंडली के दशम भाव में जाकर ये कुलदीपक योग बनाता है...
मंगल अगर बलि हो तो पहाड़ से भी पानी निकाल दे..
मंगल सूर्य के समान ही गर्म ग्रह है, जबकि दांपत्य जीवन में सौम्यता और मिठास जरूरी है
यही कारण है कि मंगल सातवें घर में बैठकर जीवन साथी के साथ क्लेश और मतभेद कराता है
इसका मिसाल ऐसा समझें अगर कोई युवक हथियार से लैस है तो वह अपने हथियार का रौब दिखाएगा खासकर उस व्यक्ति को जिसके हाथ में एक लाठी भी ना हो
(यहां हथियार वाले युवक से तात्पर्य एक मांगलिक जातक से है और जिसके पास लाठी भी ना हो इसका तात्पर्य जातक जिसके कुंडली में मांगलिक दोष ना हो उससे है)
पर वही सामने वाला व्यक्ति के पास भी आधुनिक ऑटोमेटिक हथियार हो, तो दोनों एक दूसरे से डरेंगे क्योंकि अगर इधर से हमला हुआ तो उधर से भी हमला होगा...
यही कारण है कि सातवें घर में बैठा मंगल अकेला दंगल मचाता है, अगर सामने बैठा नॉन मांगलिक हो, पर वही दोनों मांगलिक हो तो चुकी दोनों के हाथ में आधुनिक हथियार है इसलिए दोनों चुप बैठे रहते हैं और यह मांगलिक दोष का परिहार माना जाता है....
सभी प्रकार के हथियार, तलवार, अत्याधुनिक ऑटोमेटिक उपकरण, बम परमाणु मिसाइल सभी का कारक मंगल है..
अवैध रूप से रखा गया हथियार अगर राहु है, तो वह हथियार जिसका लाइसेंस है वह मंगल है..
कानूनी रूप से स्वीकृत किया गया हथियार जो आपके पास है उदाहरण स्वरूप पुलिस विभाग के पास तो या मंगल है..
अगर एक सामान्य व्यक्ति हथियार चलाएं तो यह कानूनी रूप से अपराध होगा, पर वही अगर एक पुलिस विभाग के उच्च पद पदाधिकारी एनकाउंटर के रूप में हथियार का इस्तेमाल करते हैं तो कानून उसको स्वीकृति देता है..
हथियार दोनों के पास है पर एक की स्वीकृति है, दूसरा अवैध।।
अस्वीकृत हथियार राहु है.. जबकि स्वीकृत हथियार मंगल है ।।
सभी प्रकार के खनन, माइनिंग, जमीन से जुड़े कार्य मंगल हैं ..
मंगल चुकी रक्त है इसलिए देश के प्रति सच्ची भक्ति भी मंगल है..
दिन में मंगलवार और सुबह 11:00 बजे मंगल बली होता है
क्योंकि सूर्य के बाद सबसे तेज चलने वाला ग्रह मंगल है, इसलिए चुकी सूर्य की महादशा 6 वर्ष की तो मंगल की महादशा छोटी यानी 7 वर्ष की होती है ।।।
आपके घर का रसोई मंगल है,
सभी प्रकार के चिमनी, अग्नि संबंधित कार्य, ईट भट्ठा सभी मंगल है..
जब मंगल खराब हो तो यही मंगल, दंगल मचाता है और दांपत्य को कष्ट देता है..
यही मंगल जब अच्छा हो तो जीवन में आनंद देता है
और लोग कहते हैं कि आपका दिन और जीवन मंगलमय हो...
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