विवाह-रुकावटों को दूर करने के लिए माँ कात्यायनी के सिद्ध मंत्र!
अगर विवाह संबंधी कार्य में बाधाएं आ रही हैं या उम्र ज्यादा हो गई है और उपयुक्त वर या वधु नहीं मिल रही है तो नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा करें। भारतीय धर्म ग्रंथोंं में एेसा कहा गया है कि माता कात्यायनी की पूजा करने से विवाह जल्दी होता है तथा वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है। आपको बस मां कात्यायनी की पूजा आराधना करने की आवश्यकता है जिससे विवाह संबंधी सभी प्रकार की बाधाएें दूर हो जायेंगी। विवाह संबंधी परेशानियों से त्रस्त हैं और कोई उपाय नहीं सूझ रहा है तो मां कात्यायनी के पूजन करने की निम्न विधियों का पालन करें जिससे मां आपके समस्त कष्टों को दूर कर जीवन को मंगलमय करेंगी
कात्यायनी माँ की पूजा से किस तरह की मनोकामना पूरी होती है?
- कन्याओं के शीघ्र विवाह के लिए इनकी पूजा अद्भुत मानी जाती है। - मनचाहे विवाह और प्रेम विवाह के लिए भी इनकी उपासना की जाती है। - वैवाहिक जीवन के लिए भी इनकी पूजा फलदायी होती है। - अगर कुंडली में विवाह के योग क्षीण हों तो भी विवाह हो जाता है।
शीघ्र विवाह के लिए कैसे करें माँ कात्यायनी की पूजा?
- गोधूलि वेला में पीले वस्त्र धारण करें। - माँ के समक्ष दीपक जलायें और उन्हें पीले फूल अर्पित करें। - इसके बाद 3 गाँठ हल्दी की भी चढ़ाएं। - माँ कात्यायनी के मन्त्रों का जाप करें। - मन्त्र है - "कात्यायनी महामाये, महायोगिन्यधीश्वरी।नन्दगोपसुतं देवी, पति मे कुरु ते नमः।।"- हल्दी की गांठों को अपने पास सुरक्षित रख लें।
आयुवर्ग के अनुसार विवाह हेतु माँ कात्यायनी साधना!
निम्नानुसार चार आयुवर्ग के अनुरूप देवी आराधना निश्चय ही मनोवांछित फल देगी और विवाह सम्बन्धी बाधाएँ दूर होंगी।
१) 20 से 25 वर्ष के आयु वर्ग : शाम को मां के सामने घी का दीपक प्रज्ज्वलित करें। मां को पीले रंग की चुनरी चढ़ाएें तथा हल्दी का अर्पण करें। इस पूजन प्रक्रिया के बाद मां के सामने दोनों हाथ जोड़कर विवाह संबंधी परेशानी या बाधाओं के निवारण हेतु प्रार्थना करें। इसके बाद पीले रंग की चुनरी में हल्दी की गांठ लगाएे तथा उसे अपने साथ रखें।
आयुवर्ग के अनुसार विवाह हेतु माँ कात्यायनी साधना!
२) 26 से 30 आयु वर्ग : शाम को माता के सम्मुख चौमुखी दीपक का प्रज्ज्वलन करें। ततपश्चात मां को पीतल या सोने की अंगूठी का अर्पण करें। फिर मां के देवी मंत्र "ॐ कात्यायनी दैव्ये नमः!" के मूलमंत्र का 108 बार जाप करें। जाप करने के बाद दाहिने हाथ की तर्जनी में उस पीतल या सोने की अंगुठी को धारण करें।
शीघ्र विवाह हेतु देवी कात्यायनी-साधना!
३) 31 से 35 आयु वर्ग : - माता के सामने दीप का प्रज्ज्वलन करें। - इसके बाद हवन समाग्री में सरसों के बीज को मिलायें। - इसके बाद आम की लकड़ी में हवन हेतु अग्नि का प्रज्ज्वलन करें। - अब हवन की समाग्री से 108 बार आहुति करें। - आहुति के साथ ही "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे" मंत्र का उच्चारण करें। इससे आपका विवाह अतिशीघ्र संपन्न होगा।
मंत्र जप में इन बातों का ध्यान रखे ---
1- नो दिनों तक एक निश्चित समय पर ही मंत्र का जप करें । 2- पहले दिन जितनी माला का जप किया है, बाकी दिनों में भी उतनी ही माला का जप करना हैं । 3- मंत्र का जप मन ही मन करें । 4- व्रत रखें और एक समय फलाहार करें। 5- संभव हो तो इन नौ दिनों तक भूमि पर शयन करें ।
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राजगुरु जी
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