Saturday, March 9, 2019

ओपल रत्न






ओपल रत्न


शुक्रवार लक्ष्मी पूजा व पत्नी कारक शुक्र गृह वार है.

पत्नी सुख की गड़ना आदमी के हाथो मे अंगूठे के नीचे शुक्र पर्वत, छोटी ऊँगली के नीचे वैवाहिक रेखा व जन्मपत्री मे सप्तम भाव व शुक्र गृह से की जाती है,

जिस व्यक्ति के हाथो मे शुक्र पर्वत, वैवाहिक रेखा व जन्मपत्री मे सप्तम भाव ,सप्तमेश, शुक्र गृह शुभ ग्रहों से युक्त हो, तो उसे अच्छा पत्नी सुख मिलता है.

जब भी शुक्र पर्वत, वैवाहिक रेखा, शुक्र गृह दशा अंतर दशा गोचर मे पीड़ित होंगे तब पत्नी सुख मे बाधा (पत्नी बीमार / दूर / झगड़ा / पत्नी मृत्यु, शादी न होना ) होगी।      

ज्योतिष मे आदमी को पत्नी सुख (विवाह, पत्नी अच्छा स्वास्थ्य, वैचारिक तालमेल , पत्नी के साथ रहना) के लिए शुक्र गृह जन्मपत्री मे नीच का होने पर शुक्रवार को मंदिर मे मिश्री / रुयी की बत्ती / देशी घी दान व शुक्र गृह जन्मपत्री मे हाथो मे कमजोर हो, तो शुक्रवार को असली सफ़ेद ऑस्ट्रेलिया ओपल रत्न

(कुछ व्यक्ति सफ़ेद मार्बल को ओपल रत्न कह कर बेच देते है) धारण कर शुक्र गृह मंत्रो का जाप करना चाहिए.

कोई भी उपाय करने से पहिले किसी योग्य ज्योतिष की सलाह अवश्य लेनी चाहिए, क्योकि हर व्यक्ति की हाथो की रेखा व परिवारिक स्थति अलग अलग होती है.

प्रिंट मीडिया, सोशल मीडिया, डिजिटल मीडिया पर उपलब्ध ज्योतिष उपाय सबको लाभ नहीं देते है.

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(रजि.)

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