Tuesday, March 5, 2019

कर्ज जन्मकुंडली का विश्लेषण





कर्ज    जन्मकुंडली का विश्लेषण


आज की मुख्य समस्या यह भी है व्यक्ति के जीवन मे जब छठे भाव के स्वामी की महदसा आये तो कर्ज़ की स्तिथि बन जाती है,छठे भाव की ग्रह स्तिथि यह बताती है कि ऋण लेने व चुकाने की क्या स्तिथि रहेगी?

छठे घर मे शुभ ग्रहों की स्तिथि होने से भी व्यक्ति संम्पन नही हो पाता उसके जीवन की अधिकाधिक ऊर्जा संघर्ष में चली जाती है,छठे भाव मे स्तिथ या छठे भाव को गुरु या मंगल का देखना समझो कि 30 की उम्र के बाद ऋण अवश्य होगा,ऋण लेकर व्यक्ति उस ऋण को उतार पाएगा या नही यह भी जन्मकुंडली से ही पता चलता है।
कर्ज़ कभी भी स्थिर लग्न में न ले ।

कर्ज़ चर लग्न में ले तो पहली किस्त भी चर लग्न में चुकानी चाहिए।

कर्ज़ लेना कोई बुरी बात नही मजबूरी वश लेना ही पड़ता है लेकिन विलासता जीवन जीने के लिए कर्ज ले यह बात गलत है। कर्ज़ मिलना भी अच्छी बात है क्योंकि आप के कुछ तो योग अच्छे है कि लक्ष्मी जी आपके पास आ रही है किंतु उसके आने का मार्ग गलत है व्यक्ति को यह मार्ग ही बदलने का प्रयास कुंडली के आधार पर करना चाहिए।

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