Wednesday, July 4, 2018

महाकाल संग मा कामख्या योनि ओर अध्यात्म का क्या रिश्ता है एक छोटी सी बात(पुराणों वे अनुसार) योनी तंत्र के अनुसार (जो माता पारवती और भगवान् शिव कासंवाद है ) ब्रह्मा ,विष्णु और महेश तीनों शक्तियों का निवासप्रत्येक नारी की योनी में है क्योंकि हर स्त्री देवी भगवती का ही अंशहै । दश महाविद्या अर्थात देवी के दस पूजनीय रूप भी योनी में निहित है. अतः पुरुष को अपना आध्यात्मिक उत्थान करने के लिएमन्त्र उच्चारण के साथ देवी के दस रूपों की अर्चना योनी पूजाद्वारा करनी चाहिए। योनी तंत्र में भगवान् शिव ने स्पष्ट कहा हैकी श्रीकृष्ण । श्रीराम और स्वयं शिव भी योनी पूजा से ही शक्तिमानहुए हैं । भगवान् राम ,शिव जैसे योगेश्वर भी योनी पूजा कर योनीतत्त्व को सादर मस्तक पर धारण करते थे ऐसा योनी तंत्र में कहागया है क्योंकि बिना योनी की दिव्य उपासना के पुरुष कीआध्यात्मिक उन्नति संभव नहीं है । सभी स्त्रियाँ परमेश्वरी भगवतीका अंश होने के कारण इस सम्मान की अधिकारिणी हैं”। अतःअपना भविष्य उज्जवल चाहने वाले पुरुषों को कभी भी स्त्रियों कातिरस्कार या अपमान नहीं करना चाहिए । कृपया अब कोई मत पूछना की योनि ओर अध्यात्म का क्या रिश्ता है। राजगुरु जी महाविद्या आश्रम ( राजयोग पीठ ) ट्रस्ट किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस नंबर पर फ़ोन करें : मोबाइल नं. : - 09958417249 8601454449 व्हाट्सप्प न०;- 9958417249

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