Saturday, July 14, 2018

दरिद्त्रता नाशक प्रचंड प्रयोग चमत्कारी मुद्रिका

दरिद्त्रता नाशक प्रचंड प्रयोग प्रसिद्ध तांत्रिक ग्रन्थ "" शारदा तिलक """ में इस पवित्र मुद्रिका के विषय और प्रयोग के बारे में विशद उल्लेख किया गया हैं . त्रिधातु ( सोना २ रत्ती , चाँदी १२ रत्ती , और तांबा १६ रत्ती , ) से शास्त्रोक्त पद्धतिके अनुसार निर्मित तथा श्री यन्त्र जड़ित इस चमत्कारी मुद्रिका को धारण करने से दरिद्रता का समूल नाश हो जाता हैं . सामग्री - जल पात्र , घी का दीपक , अगरबत्ती , भोजपत्र , मंत्र सिद्धि पवित्री मुद्रिका . माला - पवित्री माला ( मंत्र सिद्धि चैतन्य ) समय - दिन या रात में कोई भी समय दिन - शुक्रवार . धारणीय - वस्त्र - पीले रंग की धोती आसन - पीले रंग का दिशा - पूर्व जप संख्या - ११००० हजार अवधि - ११ दिन मंत्र - ॐ क्लीं नमः ( कनकधारा स्त्रोत ) प्रयोग - सर्व प्रथम भोजपत्र पर केशर से उपरोक्त यन्त्र को अंकित कर दे और उसके ऊपर पवित्री मुद्रिका रख दे , ( जो की मंत्र सिद्धि प्राण - प्रतिष्ठा युक्त हो ) इसके बाद सामने अगरबत्ती व दीपक लगा दे तथा कनक धरा स्त्रोत का जाप प्रारम्भ कर दे . उसके बाद निम्न मंत्र का ११०० मंत्र का जाप प्रतिदिन करे , ११ दिन . ११ वे दिन जाप पूरा कर के भोजपत्र को चांदी के ताबीज में बंद कर गले में धारण कर ले और मंत्र सिद्धि प्राण - प्रतिष्ठा युक्त पवित्री मुद्रिका दाहिने हाथ की किसी भी ऊँगली में धारण कर ले , इस अगूंठी के प्रभाव से राज्य से सम्बंधित सभी बंधाये दूर हो जाती हैं . और उसे मान सम्मान प्राप्त होता हैं साथ ही यह पवित्री मुद्रिका धारण करता की दरिद्रता का विनाश कर के उसके लिए लक्ष्मी प्राप्त में परम सहायक होती हैं . राजगुरु जी महाविद्या आश्रम ( राजयोग पीठ ) फॉउन्डेशन ट्रस्ट किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस नंबर पर फ़ोन करें : मोबाइल नं. : - 09958417249 08601454449 व्हाट्सप्प न०;- 9958417249

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