शत्रु को नष्ट करने का तंत्र प्रयोग
दोेस्तो,इस दुनिया में कोई विरला हीं होगा जिस के कोई शत्रु न हों
इस लिए मेरा ये उपाय सभी की लिए हैं
कहते है की क़ामयाबी की साथ शत्रु फ्री मैं मिलते हैं , हम यदि अच्छा जीवन यपान कर रहे है, तो लोग अनायास हीं शत्रु बन जाते है.
शत्रु चाहें केसा भी हों.., वो आपके विरूद अपना 100% देता हैं ....
कोई तंत्र प्रयोग करता हैं , कोई किसी ना किसी तरह का सडयंत्र रचता हैं
आज की इस प्रयोग से आप अपने शत्रु पर हर तरह से लगाम लगा सकती हैं
प्रयोग पर आने से पहले एक चेतावनी दे रहा हुँ
" सिर्फ आजमाने वाले.., और व्यर्थ में किसी को परेशान करने के उद्देस्य से इस प्रयोग को न करे., अन्यथा भगवती कुपिेत हो कर उसी का भक्षण कर लेती हैं
अब प्रयोग पर आते है
बुधवार की रात्रि में ११ नींबू लेकेर माँ के तस्वीर के सामने सिंदुअर में सरसो का तेल मिला कर सभी ११ नीम्बुओं पर
किसी कील से अपने शत्रु का नाम लिखे ओर इस मंत्र की ३ माला जाप करें .,
जाप के बाद इन नीम्बुओं कों कहि खाली ज़मीन मैं गाड़ देवे
इससे शत्रु आपका कुछ नही बिगाड़ पायेगा
मंत्र:
" ओम क्रीं शत्रु नाशिनी क्रीं फट "
और ज्यादा जानकारी समाधान और उपाय या रत्न या किसी भी प्रकार की विधि या मंत्र प्राप्ति के लिए संपर्क करें और समाधान प्राप्त करें
चेतावनी -
सिद्ध गुरु कि देखरेख मे साधना समपन्न करेँ , सिद्ध गुरु से दिक्षा , आज्ञा , सिद्ध यंत्र , सिद्ध माला , सिद्ध सामग्री लेकर हि गुरू के मार्ग दरशन मेँ साधना समपन्न करेँ ।
बिना गुरू साधना करना अपने विनाश को न्यौता देना है बिना गुरु आज्ञा साधना करने पर साधक पागल हो जाता है या म्रत्यु को प्राप्त करता है इसलिये कोई भी साधना बिना गुरु आज्ञा ना करेँ ।
विशेष -
किसी विशिष्ट समस्या ,तंत्र -मंत्र -किये -कराये -काले जादू -अभिचार ,नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव आदि पर परामर्श /समाधान हेतु संपर्क करें
महायोगी राजगुरु जी 《 अघोरी रामजी 》
तंत्र मंत्र यंत्र ज्योतिष विज्ञान अनुसंधान संस्थान
महाविद्या आश्रम (राजयोग पीठ )फॉउन्डेशन ट्रस्ट
(रजि.)
.
किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस नंबर पर फ़ोन करें :
मोबाइल नं. : - 09958417249
08601454449
व्हाट्सप्प न०;- 9958417249
No comments:
Post a Comment