Tuesday, May 1, 2018

मनोकामना पूर्ति साधना

मनोकामना पूर्ति साधना मित्रो ! आप सभी के बहुत आग्रह पर मैं आज यह प्रयोग यहाँ बता रहा हूँ। यह प्रयोग आज तक मैंने कभी असफल होते न देखा न सुना। यह धूमावति माता का एक बहुत ही तीक्ष्ण और अचूक प्रयोग है। धूमावति माता की उत्पत्ति के बारे मे अलग अलग मत है जिनके विवाद मे न पङते हुये यदि हम सम्पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ यह साधना करते है तो सफलता हमे अवश्य मिलती है , ऐसा मेरा अनुभव है। मां धूमावती रोग, शोक और दुख की नियंत्रक महाविद्या मानी जाती हैं। उनकी शरण में आने वाले भक्तों की समस्त विपत्तियों का नाश हो कर मुहमाँगा वरदान मिलता है। बस ज़रुरत है तो पूर्ण विश्वास और श्रद्धा की। सामिग्री - गाय के गोबर के कुछ सूखे उपले , गुग्गल। विधि - रात्रि में स्नान करके पूर्ण शुद्ध मन एवं विश्वास के साथ बारह बजे पूजा ( माँ मंत्र ) आरम्भ कर दे। पूजा में अग्नि जलाकर उसमे उपले और गुग्गुल डाल कर पूजा समय तक लगातार धुँआ करते रहना चाहिए। ध्यान रहे कि धुँआ इतना अधिक न हो जाये जिससे तुम्हे परेशानी हो या पडोसी समझे आग लग गयी। कुल मिलाकर विघ्न नहीं आना चाहिए। जाप काले या लाल वस्त्र पहन कर दक्षिण या उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके रुद्राक्ष की माला से करना है। आधुनिक अंग वस्त्र अगर पूजा के समय न पहिने तो उत्तम है। पूजा के आरम्भ में सभी गलतियों की क्षमा माँग कर सभी परिस्थितियां अनुकूल करते हुए जो भी कामना हो उसको पूरा करने की माँ से प्रार्थना करे उसके बाद गुरु व इष्ट का ध्यान करते हुए निम्न मंत्र की एक माला करे :- ऊं परम गुरुभ्यो नम: ------------------------------------------ उसके बाद 11 माला माता का ध्यान करते हुए निम्न मंत्र की करे :- आई आई धूमावती माई ..सुहाग छेड़े कोण कुले जाई ..धुआं होय धू धू कोरे . आमार काज ना कोरले .शिबर जोटा खोसे भुमिते पोड़े दूसरे दिन यदि आपका कार्य पूरा न हो तो इस प्रयोग को 8 दिन और अर्थात कुल 9 दिन तक करे। माता आपकी मनोकामना अवश्य ही पूरा करेंगी। यह विश्वास मन में सदा बनायें रखे। राजगुरु जी महाविद्या आश्रम .किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस नंबर पर फ़ोन करें : मोबाइल नं. : - 09958417249' 08601454449 व्हाट्सप्प न०;- 9958417249

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