तमस तंत्र:-
इस तंत्र का उपयोग मुख्यतः दुश्मन को बर्बाद करने हेतु किया जाता है।
इस क्रिया का पूर्ण विवरण तो नही बताऊंगा लेकिन इसमें किसी भी स्त्री पुरुष के अंतः वस्त्रों का पुतला बना कर शमशानी क्रिया कर उसको मुख्यतः मानसिक,सारीरिक ओर आर्थिक परेशानी के साथ ही सामाजिक रूप से भी बदनाम किया जाता है।अगर आपके साथ:-
1.रात्रि में चाहे वो स्त्री हो या पुरुष संभोग अथवा अंतरंग क्रिया महसूस हो।
2.अर्धचेतन अवस्था मे होते हुए समस्त क्रिया का अनुभव होना।तथा चाहते हुए भी स्वयं का स्वयं के सरीर पर ही नियंत्रण न होना।
3.किसी खास समय या दिन पर चारो तरफ मीठी सुगंधित अथवा बदबूदार तीव्र गंध आना
4.किन्ही खास अंगों में निश्चित समय पर तीव्र दर्द कुछ समय के लिए होना।
5.कोई बीमारी न होते हुए भी लगतर बीमार रहने
6.नितम्बो पर लगातार स्पर्श महसूस होना।
7.आर्थिक स्तिथि जैसे व्यापार में अचानक से गंभीर हानियां ओर पैसों के आने में कमी।
8.गंभीर सारीरिक नुकसान ओर आर्थिक नुकसान से मानसिक संतुलन बिगड़ने।
9. समाज मे सामाजिक रूप से गंभीर हानि या परिवारजनों के शत्रुतुल्य व्यवहार,या समाज मे प्रतिष्ठा में ओरो की अपेक्षा कमी।
ओर भी कई कारण है जो कभी फिर बताऊंगा।
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