Thursday, December 19, 2019

ॐ ह्लीं बगलामुखी देव्यै सर्व दुष्टानाम वाचं मुखं पदम् स्तम्भय जिह्वाम कीलय-कीलय बुद्धिम विनाशाय ह्लीं ॐ नम:





ॐ ह्लीं बगलामुखी देव्यै सर्व दुष्टानाम वाचं मुखं पदम् स्तम्भय जिह्वाम कीलय-कीलय बुद्धिम विनाशाय ह्लीं ॐ नम:


 इस मंत्र से काम्य प्रयोग भी संपन्न किये जाते हैं जैसे... मधु. शर्करा युक्त तिलों से होम करने पर मनुष्य वश में होते है। मधु. घृत तथा शर्करा युक्त लवण से होम करने पर आकर्षण होता है। तेल युक्त नीम के पत्तों से होम करने पर विद्वेषण होता है। 

हरिताल, नमक तथा हल्दी से होम करने पर शत्रुओं का स्तम्भन होता है। भय नाशक मंत्रअगर आप किसी भी व्यक्ति वस्तु परिस्थिति से डरते है और अज्ञात डर सदा आप पर हावी रहता है तो देवी के भय नाशक मंत्र का जाप करना चाहिए…

ॐ ह्लीं ह्लीं ह्लीं बगले सर्व भयं हन

पीले रंग के वस्त्र और हल्दी की गांठें देवी को अर्पित करें।पुष्प,अक्षत,धूप दीप से पूजन करें।रुद्राक्ष की माला से 6 माला का मंत्र जप करें।दक्षिण दिशा की और मुख रखें।पढ़ें :

 जानिए मां बगलामुखी की कथाशत्रु नाशक मंत्र

अगर शत्रुओं नें जीना दूभर कर रखा हो, कोर्ट कचहरी पुलिस के चक्करों से तंग हो गए हों, शत्रु चैन से जीने नहीं दे रहे, प्रतिस्पर्धी आपको परेशान कर रहे हैं तो देवी के शत्रु नाशक मंत्र का जाप करना चाहिए।

ॐ बगलामुखी देव्यै ह्लीं ह्रीं क्लीं शत्रु नाशं कुरु

नारियल काले वस्त्र में लपेट कर बगलामुखी देवी को अर्पित करेंमूर्ती या चित्र के सम्मुख गुगुल की धूनी जलायेरुद्राक्ष की माला से 5 माला का मंत्र जप करेमंत्र जाप के समय पश्चिम कि ओर मुख रखें

जादू टोना नाशक मंत्रयदि

 आपको लगता है कि आप किसी बुरु शक्ति से पीड़ित हैं, नजर जादू टोना या तंत्र मंत्र आपके जीवन में जहर घोल रहा है, आप उन्नति ही नहीं कर पा रहे अथवा भूत प्रेत की बाधा सता रही हो तो देवी के तंत्र बाधा नाशक मंत्र का जाप करना चाहिए।

ॐ ह्लीं श्रीं ह्लीं पीताम्बरे तंत्र बाधाम नाशय नाशय

आटे के तीन दिये बनाये व देसी घी ड़ाल कर जलाएं।कपूर से देवी की आरती करें।रुद्राक्ष की माला से 7 माला का मंत्र जप करें।मंत्र जाप के समय दक्षिण की और मुख रखें।पढ़ें :

 कुछ ऐसे करें मां बगलामुखी की आराधना होगा लाभप्रतियोगिता परीक्षा में सफलता का मंत्रआपने कई बार इंटरव्‍यू या प्रतियोगिताओं को जीतने की कोशिश की होगी और आप सदा पहुँच कर हार जाते हैं, आपको मेहनत के मुताबिक फल नहीं मिलता, किसी क्षेत्र में भी सफल नहीं हो पा रहे, तो देवी के साफल्य मंत्र का जाप करें

ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं बगामुखी देव्यै ह्लीं साफल्यं देहि देहि स्वाहा:

बेसन का हलवा प्रसाद रूप में बना कर चढ़ाएं।देवी की प्रतिमा या चित्र के सम्मुख एक अखंड दीपक जला कर रखें।रुद्राक्ष की माला से 8 माला का मंत्र जप करें।मंत्र जाप के समय पूर्व की और मुख रखें।

बच्चों की रक्षा का मंत्रयदि आप बच्चों की सुरक्षा को ले कर सदा चिंतित रहते हैं, बच्चों को रोगों से, दुर्घटनाओं से, ग्रह दशा से और बुरी संगत से बचाना चाहते हैं तो देवी के रक्षा मंत्र का जाप करना चाहिए।

ॐ हं ह्लीं बगलामुखी देव्यै कुमारं रक्ष रक्षदेवी

 माँ को मीठी रोटी का भोग लगायें।दो नारियल देवी माँ को अर्पित करें।रुद्राक्ष की माला से 6 माला का मंत्र जप करें।मंत्र जाप के समय पश्चिम की ओर मुख रखें।

लम्बी आयु का मंत्रयदि आपकी कुंडली कहती है कि अकाल मृत्यु का योग है, या आप सदा बीमार ही रहते हों, अपनी आयु को ले कर परेशान हों तो देवी के ब्रह्म विद्या मंत्र का जाप करना चाहिए…

ॐ ह्लीं ह्लीं ह्लीं ब्रह्मविद्या स्वरूपिणी स्वाहा:

पीले कपडे व भोजन सामग्री आता दाल चावल आदि का दान करें।मजदूरों, साधुओं,ब्राह्मणों व गरीबों को भोजन खिलायें।प्रसाद पूरे परिवार में बाँटे।रुद्राक्ष की माला से 5 माला का मंत्र जप करें।मंत्र जाप के समय पूर्व की ओर मुख रखें।

बल प्रदाता मंत्रयदि 

आप बलशाली बनने के इच्छुक हो अर्थात चाहे देहिक रूप से, या सामाजिक या राजनैतिक रूप से या फिर आर्थिक रूप से बल प्राप्त करना चाहते हैं तो देवी के बल प्रदाता मंत्र का जाप करना चाहिए…

ॐ हुं हां ह्लीं देव्यै 

शौर्यं प्रयच्छपक्षियों को व मीन अर्थात मछलियों को भोजन देने से देवी प्रसन्न होती हैपुष्प सुगंधी हल्दी केसर चन्दन मिला पीला जल देवी को को अर्पित करना चाहिएपीले कम्बल के आसन पर इस मंत्र को जपें.रुद्राक्ष की माला से 7 माला मंत्र जप करेंमंत्र जाप के समय उत्तर की ओर मुख रखें

सुरक्षा कवच

 का मंत्रप्रतिदिन प्रस्तुत मंत्र का जाप करने से आपकी सब ओर रक्षा होती है, त्रिलोकी में कोई आपको हानि नहीं पहुंचा सकता ।

ॐ हां हां हां ह्लीं बज्र कवचाय हुम

देवी माँ को पान मिठाई फल सहित पञ्च मेवा अर्पित करेंछोटी छोटी कन्याओं को प्रसाद व दक्षिणा देरुद्राक्ष की माला से 1 माला का मंत्र जप करेंमंत्र जाप के समय पूर्व की ओर मुख रखेंये स्तम्भन की देवी भी हैं।

 कहा जाता है कि सारे ब्रह्मांड की शक्ति मिलकर भी इनका मुकाबला नहीं कर सकती। शत्रु नाश, वाक सिद्धि, वाद-विवाद में विजय के लिए देवी बगलामुखी की उपासना की जाती है।बगलामुखी देवी को प्रसन्न करने के लिए 36 अक्षरों का बगलामुखी महामंत्र

‘ऊं हल्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय, जिहवां कीलय बुद्धिं विनाशय हल्रीं ऊं स्वाहा’ 

का जप करें। हल्दी की माला पर करना चाहिए

चेतावनी -

सिद्ध गुरु कि देखरेख मे साधना समपन्न करेँ , सिद्ध गुरु से दिक्षा , आज्ञा , सिद्ध यंत्र , सिद्ध माला , सिद्ध सामग्री लेकर हि गुरू के मार्ग दरशन मेँ साधना समपन्न करेँ ।

 बिना गुरू साधना करना अपने विनाश को न्यौता देना है बिना गुरु आज्ञा साधना करने पर साधक पागल हो जाता है या म्रत्यु को प्राप्त करता है इसलिये कोई भी साधना बिना गुरु आज्ञा ना करेँ ।

विशेष -

किसी विशिष्ट समस्या ,तंत्र -मंत्र -किये -कराये -काले जादू -अभिचार ,नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव आदि पर परामर्श /समाधान हेतु संपर्क करें

राजगुरु जी

तंत्र मंत्र यंत्र ज्योतिष विज्ञान  अनुसंधान संस्थान

महाविद्या आश्रम (राजयोग पीठ )फॉउन्डेशन ट्रस्ट

(रजि.)

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