Thursday, January 25, 2018

यक्षिणी या अप्सरा का प्रत्यक्षीकरण

यक्षिणी या अप्सरा का प्रत्यक्षीकरण यदि आपने होलिका दहन की रात्री को यक्षिणी या अप्सरा साधना की है और प्रत्यक्षीकरण नहीं हुआ हो तो इसका अर्थ ये कदापि नहीं है की आप असफल हो गए हैं, अपितु आपकी संकल्प शक्ति की मंदता के कारण,वायुमंडलिक संक्रांत के कारण या स्थान दोष के कारण मन्त्र घनत्व स्थूल नहीं हो पता है परिणाम स्वरुप अणुओं का संगठन शिथिल रहा जाता है और प्रत्यक्षीकरण नहीं हो पाता है | अतः ऐसे में उन अणुओं को पूर्ण संगठित कर घनत्व वृद्धि हेतु दो महत्वपूर्ण क्रिया यदि की जाये तो उन यक्षिणी और अप्सराओं का प्रत्यक्ष साहचर्य प्राप्त हो जाता है | १. पान के पत्ते पर पर एक छोटा सा गोला बनाकर उसमें यक्षिणी या अप्सरा का (जिसकी आपने होली की रात्रि को साधना की थी) मूल मन्त्र लिख दे और उस गोले के चारो और उसी मूल मन्त्र को लिख दे. तत्पश्चात उस पान का पूजन पंचोपचार विधि से करें और उस मूल मंत्र के आगे और पीछे “ॐ” का सम्पुट देकर ७ माला मंत्र अपनी जप माला से कर लें | इसके बाद उस पान के पत्ते को किसी देवी मंदिर में कुछ दक्षिणा के साथ समर्पित कर दे | ये क्रिया मात्र साधना के दुसरे दिन यदि सफलता ना मिली हो तब मात्र एक बार करना है | २. यक्षिणी या अप्सरा का जो चित्र या यन्त्र आपके पास हो उस पर एकाग्रता पूर्वक दृष्टि रख यथा संभव त्राटक करते हुए २१ माला मंत्र “देव प्रत्यक्ष सिद्धि मंत्र” का करना है | देव प्रत्यक्ष सिद्धि मंत्र- ॐ पिंगल लोचने देव दर्शन सिद्धिं क्लीं हुं इस मंत्र के पहले और बाद में ५-५ माला उस मूल मंत्र की करनी है जिसे आपने उस साधना में प्रयोग किया था | ये क्रिया अमावस्या तक नित्य रात्री में संपन्न करनी है और इन दोनों ही क्रिया के फलस्वरूप आपके मंत्र की बिखरी हुयी शक्ति एकत्र होने लग जाती है और संगठन के फलस्वरूप वायु मंडल से उस यक्षिणी और अप्सरा का सूक्ष्म रूप भी संलयित होकर आपके सामने पूरी तरह दृष्टिगोचर होने लगता है राजगुरु जी महाविद्या आश्रम किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस नंबर पर फ़ोन करें : मोबाइल नं. : - 09958417249 09958417249 व्हाट्सप्प न०;- 09958417249

No comments:

Post a Comment

महा प्रचंड काल भैरव साधना विधि

  ।। महा प्रचंड काल भैरव साधना विधि ।। इस साधना से पूर्व गुरु दिक्षा, शरीर कीलन और आसन जाप अवश्य जपे और किसी भी हालत में जप पूर्ण होने से पह...