Wednesday, January 18, 2017

शमशान सिध्दी

यह क्रिया एक पात्र खप्पर में सात प्रकार की मिठाई रखे साथ में 2 पान 2 सुपारी 2 इलायची 2 लोंग मदिरा साथ में रखें।शमशान में 41 दिन नित्य प्रति दिन सरसों के तेल का दीपक बीना पीछे देखे लगाकर अपने जगह पर आयें ।काली माई माँ के रूप में बहन के रूप में स्त्री के रूप में दर्शन देती है।उसे माॅ के रूप में स्वीकार कर के खप्पर का भोग दे माता प्रसन्न होकर शमशान सिध्दी देती है।

इस क्रिया में जोर जोर से चिमटे बजते हैं।बडी ऊंची आवाजे हाक आती है।आदि डरावने चित्र दिखाई देते हैं
साधक को सावधान व निर्भय होकर कार्य करना चाहिए इस विधि में डर गए साधक स्त्री को गलत इच्छा से व किसी भी तरह की कमी आने से साधक पागल होता है या मृत्यु का भय बना रहता है।इसलिए शमशान सिध्दी सिध्द गुरु के सानिध्य में करना चाहिए।

"शमशान में काली का मंत्र"

सतनाम आदेश ।गुरु जी को आदेश ऊँ गुरूजी ।ऊँ काली काली महाकाली ब्रम्हा की बेटी इंद्र की साली ,मधमासकारी विजया खाय मांस भरवे मसाने जो जो चीतवू सो सो आन ।रिद्धि सिद्धि लियावो हो हो भसमंति माई जहां पाई तहाँ लगाई ।

सति नाती धरम की बेटी अचलनाथ की चेली मन मानें तो संग रमाई, नहीं तो फिरें अकेली ओ महाकाली सुंदर माई चार वीर आठ भैरव अब पूजू पा पान को मिठाई बोल काली माई की दुहाई गुरु की मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मंत्र इशवरो वाचा ऊँ फट स्वाहा। आदेश आदेश

यह मंत्र शमशान में सवा लाख बार करें।

इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए ग्राम या शहर की सीमा में दिपक रखकर आते समय पीछे ना देखे ।अपने जगह वापस आने पर हाथ पैर धो लें यह क्रिया निर्भय होकर करें। इसके लिए आपको बंध मंत्र का जाप करना चाहिए

राजगुरु जी

महाविद्या आश्रम

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